होली: रंगों का त्योहार
होली, मुख्य रूप से भारत में मनाया जाने वाला जीवंत त्योहार, एक उल्लासपूर्ण अवसर है जो उम्र, जाति और पंथ की सीमाओं से परे है। "रंगों के त्योहार" के रूप में जाना जाने वाला होली वसंत के आगमन की शुरुआत करता है और हिंदू पौराणिक कथाओं से विभिन्न किंवदंतियों और कहानियों का स्मरण कराता है। रंगों के दंगे, उल्लासपूर्ण उत्सव और सौहार्द की भावना के साथ, होली भारत की समृद्ध सांस्कृतिक परंपरा का प्रमाण है। ऐतिहासिक एवं पौराणिक महत्व होली की जड़ें प्राचीन हिंदू पौराणिक कथाओं में खोजी जा सकती हैं, इसकी उत्पत्ति के साथ कई किंवदंतियाँ जुड़ी हुई हैं। सबसे प्रसिद्ध कहानियों में से एक प्रह्लाद और हिरण्यकशिपु की है। भगवान विष्णु के भक्त प्रह्लाद को दैवीय हस्तक्षेप से उसके पिता हिरण्यकशिपु के बुरे इरादों से बचाया गया था। हिरण्यकशिपु की बहन होलिका, जो आग से प्रतिरक्षित थी, प्रह्लाद को नुकसान पहुँचाने के प्रयास में नष्ट हो गई, जबकि वह सुरक्षित बच गया। यह घटना होली की पूर्व संध्या पर अलाव जलाकर मनाई जाती है, जो बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक है। उत्सव होली हर्षोल्लास से मनाया जाने वाला एक...